सुनो ....
तुम्हारी कहानियों में अल्पविराम पूर्णविराम बन जाऊँ क्या ?
अच्छा लगता है तुम्हारे आस पास बने रहना
लौट कर आने के लिए शब्दों से अच्छी सराय नहीं और कविता से खूबसूरत बाहें नहीं .....
तुम्हारी कहानियों में अल्पविराम पूर्णविराम बन जाऊँ क्या ?
अच्छा लगता है तुम्हारे आस पास बने रहना
लौट कर आने के लिए शब्दों से अच्छी सराय नहीं और कविता से खूबसूरत बाहें नहीं .....
मुझे विदा दो.....
ये कहकर उसने प्रेम आसान कर दिया.......
ये कहकर उसने प्रेम आसान कर दिया.......
तुम्हारी भेजी "हाँ" मिली ....
मेरी पहुंची क्या ?
मेरी पहुंची क्या ?
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