हम रास्ता उम्मीद में अक्सर कम ....ज़िद्द में कहीं ज्यादा नाप देते हैं ।
मैं फिर कहती हूँ तुम्हारे पास एक नीला दिल है जो सिर्फ़ मेरे लिए ही काला है ।
थोड़ा अजीब है ....पर यही तो जादू है।
थोड़ा अजीब है ....पर यही तो जादू है।
किसी रोज़ गर चाँद मुझसे पूछे ईदी क्या लोगी कल्पना?
ढेर सारे मेरे हिस्से वाले लाल गुब्बारे और बस एक स्माइली तुम्हारी वाली
कोई लाके मुझे दे
हम कई बार प्रेम में मृत हो जाते हैं .....पर मृतक नहीं हो पाते
आपको याद करना क्या मुश्किल है ?
नीला आसमान ही तो तकना है
नीला आसमान ही तो तकना है
बिना चाँद वाली चाहना है
फिर भी मुस्कुराती मिलूँगी
हमेशा ..............
फिर भी मुस्कुराती मिलूँगी
हमेशा ..............
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें