अपने दुख उगाने बुझाने का सारा हुनर मुझमें है ये मान के चलने लगी हूँ ।चाहत से ज्यादा "चाह कर छोड़ देना" भी ज़िन्दगी को सुकून देता है । गज़ब वाला
😊
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चलो एक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों .....
इतना सा ही तो कहना है जिंदगी तुमसे।
इतना सा ही तो कहना है जिंदगी तुमसे।
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