जब शब्द "स्त्री" होते हैं तो ..... कितना कुछ कह जाते हैं ........"पुरुष" को और जब कभी "पुरुष" होते हैं तो ....... जाने क्या क्या कह जाते हैं ......."स्त्री" को
शब्दों को शायद कुछ नहीं होना चाहिए ....
"कनेर" तुम मुझे इसलिए भी पसंद हो कि तुम गुलाब नहीं हो.... तुम्हारे पास वो अटकी हुई गुलमोहर की टूटी पंखुड़ी मैं हूँ... तुम्हें दूर ...
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