"ना ".....से "हां "......तक की दूरी
न "तुम" तय कर सकोगे
न "मैं "
ये तो ....तय करेगा
हमारा "रवैया"
क्योंकि "हम तुम" तो ....स्थिर थे ...
स्थिर ही रहेंगे
बस ....."ना" और "हाँ" की पतवार थामेगा ....
हमारा रवैया
इन दोनों के बीच बहेगा....
हमारा रवैया
इक दिन .....
"ना" को "हां" में .....
बदल कर ही रहेगा......
हमारा रवैया
मंगलवार, 8 मार्च 2016
रवैया.....
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